गुरुवार को भगवान बृहस्पति जी की पूजा का विधान है । बृहस्पति देवता को
बुद्धि और शिक्षा का देवता माना जाता है । गुरूवार को बृहस्पति देव की पूजा करने से
धन, विद्या, पुत्र तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है । परिवार में सुख तथा शांति
का समावेश होता है ।
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1:-
रोजाना अपनों से बड़ों का आशीर्वाद लेना बहुत ही अच्छा माना जाता है लेकिन गुरुवार के दिन अपने माता -पिता एवं गुरु का आशीर्वाद लेने से वे आशीर्वाद गुरु ग्रह का आशीर्वाद माना जाता है।
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2:-
गुरुवार के दिन सूर्योदय होने से पहलें स्नान करें और फिर शुद्ध घी का दीप जलाकर भगवान विष्णु की पूजा और विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें । विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने वाले व्यक्ति को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता, सफलता, आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्त होने के साथ उसकी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
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3:-
पूजा के बाद मस्तक पर केसर का तिलक लगाए और अगर केसर न हो तो हल्दी का तिलक भी लगा सकते है ।
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4:-
गुरुवार को शाम के समय केले के वृक्ष के आगे दीप दान करके कोई न कोई मिठाई चढ़ा कर अगर हो सकें तो बेसन की मिठाई को ही अर्पित करें और लोगों में बांट दें ।
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5:-
गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र उपहार के तौर पर दें ।
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6:-
गुरुवार के दिन लेन देन थोड़ा संभलकर करें और अगर कोई इस दिन धन मांगने आता है तो धन देने से आपका गुरु कमजोर हो जाता है जिससे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।
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गुरुवार के दिन लेन देन थोड़ा संभलकर करें और अगर कोई इस दिन धन मांगने आता है तो धन देने से आपका गुरु कमजोर हो जाता है जिससे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।
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